नए साल की हार्दिक शुभकामनाओं के साथ एक गीत पेशे -खिदमत है...-
ज़ख्म छुपाकर तू अपना
नए साल का गीत सुना
आज के दिन रोना हैं मना
नए साल का गीत सुना
आँख है तेरी नम तो क्या
चैन बहुत है कम तो क्या
बुन खुशहाली का सपना
नए साल का गीत सुना
है घनघोर अँधेरा पर
तू सूरज की बातें कर
दिल कर दे दरिया जितना
नए साल का गीत सुना
जानेवाले पल का क्या
आनेवाले कल का क्या
आज अभी की ख़ैर मना
नए साल का गीत सुना
पूछ 'किरण' मत अपना हाल
एक सरीखा है हर साल
दर्द बढ़ा है दिन दुगना
नए साल का गीत सुना
******************
डॉ कविता'किरण'
ज़ख्म छुपाकर तू अपना
नए साल का गीत सुना
आज के दिन रोना हैं मना
नए साल का गीत सुना
आँख है तेरी नम तो क्या
चैन बहुत है कम तो क्या
बुन खुशहाली का सपना
नए साल का गीत सुना
है घनघोर अँधेरा पर
तू सूरज की बातें कर
दिल कर दे दरिया जितना
नए साल का गीत सुना
जानेवाले पल का क्या
आनेवाले कल का क्या
आज अभी की ख़ैर मना
नए साल का गीत सुना
पूछ 'किरण' मत अपना हाल
एक सरीखा है हर साल
दर्द बढ़ा है दिन दुगना
नए साल का गीत सुना
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डॉ कविता'किरण'