जिंदगी को इक नया-सा मोड़ दे
अपनी कश्ती को भंवर में छोड़ दे
हौसले की इक नई तहरीर लिख
खौफ की सारी हदों को तोड़ दे
फ़िर किसी इज़हार को स्वीकार कर
इक नए रिश्ते से रिश्ता जोड़ दे
जिसका हासिल हार केवल हार है
क्यों भला जीवन को ऐसी होड़ दे
सब्र के प्याले की मानिंद जा छलक
अपनी सोई रूह को झिंझोड़ दे
जिंदगी के मस अलों का ऐ 'किरण'
दे कोई अब हल मगर बेजोड़ दे
--------------------------------डॉ.कविता'किरण'
अपनी कश्ती को भंवर में छोड़ दे
हौसले की इक नई तहरीर लिख
खौफ की सारी हदों को तोड़ दे
फ़िर किसी इज़हार को स्वीकार कर
इक नए रिश्ते से रिश्ता जोड़ दे
जिसका हासिल हार केवल हार है
क्यों भला जीवन को ऐसी होड़ दे
सब्र के प्याले की मानिंद जा छलक
अपनी सोई रूह को झिंझोड़ दे
जिंदगी के मस अलों का ऐ 'किरण'
दे कोई अब हल मगर बेजोड़ दे
--------------------------------डॉ.कविता'किरण'
hi! mom wazzup??????
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ReplyDeletejindgi ko ik naya sa mod de
ReplyDeleteapni kashti ko bhanwer me chod de
housle ki ik nai tahreer likh
khouf ki sari hadon ko tod de.
=====================dr.kavita'kiran'
हौसले की इक नई तहरीर लिख
ReplyDeleteखौफ की सारी हदों को तोड़ दे
superb
All are very Superb............ superbbbbbbbbbbbbbbbbbbbbbbbbbb..............................
ReplyDeleteसुनील राजपूत
ReplyDeleteसारी कविता बहुत खुबसूरत है परन्तु आपसे खुबसूरत नहीं है.....................
२६ वी जयजयवंती साहित्य संगोष्ठी जो दिनांक १६/ ११/२००९ को दिल्ली मे आयोजित हो रही है में आपके काव्य संग्रह " ये तो केवल प्यार है " के विमोचन पर हार्दिक बधाई ! आप ऐसे ही बार बार आपकी जिंदगी में आये यह कामना करते है !
ReplyDeleteआपका ही
शिशिर पंडित
shukriya shishir ji.aapki shubhkamnao ke liye.
ReplyDeletedil se nikli dil ki baat.....apki ek lajwab rachna.....
ReplyDeleteबहुत हे प्यारा लिखा है कविता जी आपने बस हम तो यही चाहेंगे की आप हमेसा ऐसा हे लिखती रहे ,वेसे ये सच ही है की इन्सान जितना जाएदा खुबसूरत होता है उतना ही खुबसूरत वो सोचता है और वही वो लिखता है ,सच में आपका दिल हे इतना अच्छा है इसलिये आप लिखती भी उत हे अच्छा है.......
ReplyDeleteU are great poetress mam
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